रविवार, 4 नवंबर 2018

मलेशिया की रामलीला कभी देखी है ऐसी रामलीला

दुनिया की राम कथा तमाम भाषाओं और बोलियों मे 1000 से भी ज्यादा बार कहीं जा चुकी है और लगातार राम कथा के एक के बाद एक नए संस्करण आते जा रहे हैं राम कथ बीते 5000 वर्षों में भी लाखों-करोड़ों तरह से प्रस्तुत की गई लोग महसूस कर रहे हैं कि आज के दौर मे जितनी प्रासंगिक हो गई है उतनी कभी नहीं रही राम कथा जीवन मूल्यों को अनुशासन देने वाला सर्व स्वीकृत ग्रंथ है दृश्य कलाओं में कलाकारों ने इस की प्रस्तुति बड़े मनोभाव से की है पिछले दिनों इलाहाबाद के मेहता प्रेक्षागृह में भारतीय सांस्कृतिक संबद्ध परिषद प्रयाग और मलेशिया में स्थापित भारतीय भरतनाट्यम अकैडमी के संयुक्त तत्वावधान में मलेशिया के कलाकारों ने रामलीला की यादगार प्रस्तुति की इस रामलीला में राम कथा के लगभग सभी महत्वपूर्ण प्रसंगों को कुमुद शिव नाथन के निर्देशन में भरतनाट्यम शायरी में प्रस्तुत किया गया भरतनाट्यम शैली में ामलीला की प्रस्तुति बेहद मर्मस्पर्शी रही स्तुति का संगीत पक्ष बहुत ही कर्ण प्रिय था एक्स कि मैं कोई संवाद नहीं था केवल भरतनाट्यम के जो संकेत होते हैं उसी के माध्यम से कथा को कहा गया सभी कलाकारों ने उच्च कोटि का अभिनय किया.
प्रस्तुति अजामिल
सभी चित्र विकास चौहान