शुक्रवार, 5 जनवरी 2018

नौटंकी दीपदान की प्रस्तुति

**नौटंकी

** स्वर्ग के

मंच पर हुई प्रतिज्ञा शौर्य गाथा की अविस्मरणीय प्रस्तुति

*दीपदान*

इलाहाबाद की सुप्रसिद्ध नाट्य संस्था स्वर्ग रंगमंडल के कलाकारों ने उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के प्रेक्षागृह में सुप्रसिद्ध नाटककार डॉ रामकुमार वर्मा लिखित कृति पन्ना धाय की नौटंकी शैली मैं शानदार प्रस्तुति की इस रचना का नौटंकी रूपांतरण बहुचर्चित नाट्य रूपांतरकार राज कुमार श्रीवास्तव ने किया था उत्तर प्रदेश के अनेक शहरों कस्बों से आए दर्शकों के अलावा स्थानीय रंगकर्मियों ं और संस्कृतिकर्मियों से खचाखच भरे प्रेक्षागृह में  इस नाटक नहीं  सभी दर्शकों को  मंत्रमुग्ध कर लिया नाक की प्रस्तुति काफी खुशी हुई थी और पारंपरिक  नौटंकी की शैली और आधुनिक नाटकों में चल रहे नए प्रयोगों के साथ मिलकर इस प्रस्तुति में काफी कुछ ऐसा किया गया था जो इसे आज के दौर के लिए प्रासंगिक बनाता था यह नौटंकी एक भव्य सेट का आभास देने वाले मंच की बेहतरीन परिकल्पना के साथ की गई संगीत में पूरे माहौल को और सजीव बनाने में बहुत सहयोग किया इस नौटंकी में लगभग सभी कलाकारों ने बहुत अच्छा अभिनय किया इलाहाबाद की बहुचर्चित अभिनेत्री और नाट्य निर्देशिका सोनम सेठ ने अपनी भूमिका को अपने किरदार में डूबकर किया जिसके कारण कई हिस्से नौटंकी के बहुत मर्मस्पर्शी हो गए अदिति की भूमिका भी दिल को छू लेने वाली थी हर स्थान पर अदिति की आवाज चरित्र के बिल्कुल अनुरूप थी अन्य कलाकारों ने भी अपने अपने किरदार को जीने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी नाटक नहीं संवादों की शैली संगीत मैं गोली मिली होती है बावजूद इसके संवाद कहानी को आगे ले चलने में कामयाब रहे राज कुमार श्रीवास्तव ने नौटंकी रूपांतरण बहुत अच्छा किया इस शानदार नौटंकी की ताकत बने बहुचर्चित लोकनाट्य समर्पित रंगकर्मी अतुल यदुवंशी उन्होंने इसका निर्देशन एक नए अंदाज में करके यह साबित कर दिया की नौटंकी भले ही कल की चीज़ हो लेकिन उसकी जरूरत आज भी उतनी ही है जितनी बीते कल में थी इस पूरे कार्यक्रम का संचालन पूरी ऊर्जा के साथ सुप्रसिद्ध कवि श्लेष गौतम ने किया और वह लगातार मंच के साथ दर्शकों को न सिर्फ जोड़ें रहे बल्कि उन्हें शिक्षित भी करते रहे ।

** समीक्षक अजामिल

** सभी चित्र वरिष्ठ छायाकार विकास चौहान

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