शुक्रवार, 12 सितंबर 2025

चिया की साइकिल





शुभ प्राप्ति : चिया की साइकिल

बच्चों के साहित्य को लेकर विश्व के बड़े लेखक हमेशा गंभीर रहे हैं और इसे भविष्य-निर्माण की ज़िम्मेदारी माना है। दुर्भाग्यवश हमारे देश में इसे अक्सर दोयम दर्जे का काम समझा गया। हकीकत यह है कि बाल साहित्य लेखन आसान नहीं, बल्कि बच्चे-सा मन और समृद्ध भाषा इसकी शर्त है।

इसी धारा में सुप्रसिद्ध गीतकार यश मालवीय का नया कविता-संग्रह चिया की साइकिल प्रकाशित हुआ है। यह संग्रह बच्चों की मासूम दुनिया, उनके खेल, उनके सपनों और तोतली ज़ुबान को बड़ी खूबसूरती से कविता में पिरोता है। 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए यह संग्रह अत्यंत उपयोगी है, क्योंकि इसमें न केवल सहज-सरल भाषा है बल्कि रोचक कहानियों जैसी कविताएँ हैं जिन्हें बच्चे आसानी से याद कर सकें।

यश मालवीय को बच्चों के लिए लिखने की प्रेरणा उनके पिता उमाकांत मालवीय से मिली, जो मानते थे कि बाल साहित्य से बच्चों को संस्कार और भाषा की गहराई दोनों मिलते हैं। इस संग्रह की कविताएँ न सिर्फ मनोरंजन करती हैं, बल्कि बच्चों को संवाद की नई भाषा और मुहावरे भी सिखाती हैं।

चिया की साइकिल का विमोचन देश के कई शहरों में साहित्यकारों द्वारा हुआ और इसे बच्चों को समर्पित किया गया। विशेष बात यह भी है कि इस पुस्तक के आवरण और सभी चित्र अचिन्त्य मालवीय ने बनाए हैं, जिसने इसे यादगार और उपहार योग्य बना दिया है।

निस्संदेह, यह संग्रह बाल साहित्य में एक उल्लेखनीय उदाहरण है और उन लेखकों के लिए प्रेरणा है जो बच्चों के लिए लिखने को आसान समझते हैं। दरअसल, यह काम बड़ों के लिए लिखने से कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण है।

– अजामिल





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